पहला चरण : 50 Objectives Questions With Answer
प्रश्न: जीवों में जनन का क्या तत्प्रय है?
उत्तर: जीवों को अपनी संतानों को उत्पन्न करने की प्रक्रिया को जनन कहते हैं।
प्रश्न: जीवों में जनन के दो मुख्य प्रकार कौन-से हैं?
उत्तर: (1) अलैंगिक जनन और (2) लैंगिक जनन
प्रश्न: अलैंगिक जनन की परिभाषा दें।
उत्तर: वह जनन जिसमें केवल एक जनक शामिल होता है और युग्मक बनते हैं।
प्रश्न: लैंगिक जनन में कितने जनकों की आवश्यकता होती है?
उत्तर: दो
प्रश्न: अलैंगिक जनन का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: द्विखंडन
प्रश्न: अमीबा में जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: द्विखंडन
प्रश्न: कवकों में अलैंगिक जनन का मुख्य तरीका क्या है?
उत्तर: बीजाणु निर्माण
प्रश्न: पौधों में अलैंगिक जनन का एक उदाहरण है?
उत्तर: कायिक प्रवर्धन
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन क्या है?
उत्तर: पौधों के किसी वानस्पतिक भाग जैसे जड़, तना या पत्ती से नया पौधा उत्पन्न करना।
प्रश्न: आलू में कायिक प्रवर्धन किस भाग से होता है?
उत्तर: कंद ( आँख)
प्रश्न: जलकुंभी में कायिक प्रवर्धन किसके द्वारा होता है?
उत्तर: ऑफसेट
प्रश्न: लैंगिक जनन में युग्मक निर्माण की प्रक्रिया क्या कहलाती है?
उत्तर: युग्मक-जनन
प्रश्न: युग्मकों का संलयन क्या कहलाता है?
उत्तर: निषेचन
प्रश्न: निषेचन के परिणामस्वरूप क्या बनता है?
उत्तर: युग्मनज
प्रश्न: युग्मनज से क्या विकसित होता है?
उत्तर: भ्रूण
प्रश्न: जीवों में जीवन काल क्या होता है?
उत्तर: जन्म से मृत्यु तक का समय।
प्रश्न: एकलिंगी जीव को क्या कहते हैं?
उत्तर: हर्माफ्रोडाइट
प्रश्न: एकलिंगी जीव का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: केंचुआ
प्रश्न: लैंगिक जनन में नर और मादा युग्मकों का आकार कैसा होता है?
उत्तर: नर युग्मक छोटा और गतिशील, मादा युग्मक बड़ा और स्थिर।
प्रश्न: बाह्य निषेचन क्या होता है?
उत्तर: जो निषेचन जीव के शरीर के बाहर होता है।
प्रश्न: बाह्य निषेचन का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: मेढ़क
प्रश्न: आंतरिक निषेचन का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: मानव
प्रश्न: अंडज जीव क्या हैं?
उत्तर: जो जीव अंडे देते हैं।
प्रश्न: अंडज जीव का एक उदाहरण दें?
उत्तर: पक्षी
प्रश्न: जरायुज जीव क्या हैं?
उत्तर: वे जीव जो भ्रूण को गर्भाशय में विकसित करते हैं।
प्रश्न: जरायुज जीव का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: मानव
प्रश्न: पौधों में परागण क्या है?
उत्तर: परागकणों का पुंकेसर से स्त्रीकेसर तक स्थानांतरण।
प्रश्न: परागण का एक प्रकार क्या है?
उत्तर: स्व-परागण
प्रश्न: क्रास-परागण का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: कीट परागण
प्रश्न: पौधों में निषेचन के बाद क्या बनता है?
उत्तर: बीज
प्रश्न: बीज में भ्रूण को पोषण देने वाला भाग क्या कहलाता है?
उत्तर: भ्रूणपोष
प्रश्न: फूलों वाले पौधों में युग्मक कहाँ बनते हैं?
उत्तर: पुंकेसर और स्त्रीकेसर में
प्रश्न: अलैंगिक जनन में संतानें जनक के समान क्यों होती हैं?
उत्तर: क्योंकि इसमें केवल एक जनक होता है और कोई आनुवंशिक विविधता नहीं पायी जाती।
प्रश्न: लैंगिक जनन में संतानें जनक से अलग होती हैं क्यों ?
उत्तर: क्योंकि इसमें दो जनकों के युग्मकों का संलयन होता है।
प्रश्न: हाइड्रा में अलैंगिक जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: मुकुलन
प्रश्न: यीस्ट में अलैंगिक जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: मुकुलन
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन का एक लाभ क्या है?
उत्तर: यह तेजी से और एकसमान संतान उत्पन्न करता है।
प्रश्न: पेनिसिलियम में अलैंगिक जनन किस प्रकार होता है?
उत्तर: कोनिडिया द्वारा
प्रश्न: लैंगिक जनन का एक लाभ क्या है?
उत्तर: यह आनुवंशिक विविधता प्रदान करता है।
प्रश्न: जीवों में प्रजनन काल क्या होता है?
उत्तर: वह समय जब जीव प्रजनन के लिए परिपक्व होता है।
प्रश्न: रजोनिवृत्ति क्या है?
उत्तर: मादा में प्रजनन क्षमता का अंत।
प्रश्न: मौसमी प्रजनन करने वाले जीव का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: मेढ़क
प्रश्न: निरंतर प्रजनन करने वाले जीव का एक उदाहरण क्या है?
उत्तर: मानव
प्रश्न: पौधों में कायिक प्रवर्धन का एक उदाहरण है?
उत्तर: कटिंग
प्रश्न: गुलाब में कायिक प्रवर्धन कैसे होता है?
उत्तर: तने की कटाव से
प्रश्न: शैवाल में अलैंगिक जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: खंडन
प्रश्न: लैंगिक जनन में निषेचन के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर: नर और मादा युग्मकों का संलयन
प्रश्न: पौधों में बीजाणु निर्माण कहाँ होता है?
उत्तर: बीजाणुधानी में
प्रश्न: जीवों में जनन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: प्रजाति की निरंतरता
प्रश्न: ‘जीवों में जनन’ अध्याय का मूल संदेश है?
उत्तर: जनन जीवों की प्रजाति को बनाए रखने और आनुवंशिक विविधता प्रदान करने की प्रक्रिया है।

दूसरा चरण : Short-Answer Questions
प्रश्न: जीवों में जनन क्या है?
उत्तर: जीवों में जनन वह जैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव अपनी प्रजाति को उत्पन्न करते हैं। यह प्रजाति की वंश बढ़ाने के लिए आवश्यक है।
प्रश्न: अलैंगिक जनन और लैंगिक जनन में क्या अंतर बताइए?
उत्तर: अलैंगिक जनन में एक जनक से संतान उत्पन्न होती है और युग्मक नहीं बनते, जबकि लैंगिक जनन में दो जनकों के युग्मकों का संलयन होता है। यह आनुवंशिक विविधता प्रदान करता है।
प्रश्न: द्विखंडन क्या है? एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: द्विखंडन अलैंगिक जनन का एक प्रकार है जिसमें जीव दो भागों में विभाजित होकर नई संतान बनाता है। उदाहरण: अमीबा, Ameba।
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन क्या है?
उत्तर: कायिक प्रवर्धन पौधों के वानस्पतिक भाग जैसे जड़, तना या पत्ती से नया पौधा उत्पन्न करने की प्रक्रिया है। उदाहरण: आलू का कंद।
प्रश्न: युग्मकजनन का क्या अर्थ है?
उत्तर: युग्मकजनन वह प्रक्रिया है जिसमें नर और मादा युग्मक बनते हैं। यह लैंगिक जनन का आधार है।
प्रश्न: निषेचन क्या है?
उत्तर: निषेचन वह प्रक्रिया है जिसमें नर और मादा युग्मक का संलयन होकर युग्मनज बनता है। यह लैंगिक जनन का महत्वपूर्ण चरण है।
प्रश्न: बाह्य निषेचन और आंतरिक निषेचन में अंतर स्पष्ट करे?
उत्तर: बाह्य निषेचन जीव के शरीर के बाहर होता है, जैसे मेढ़क में, जबकि आंतरिक निषेचन मादा के शरीर के अंदर होता है, जैसे मानव में।
प्रश्न: अंडज जीव क्या हैं?
उत्तर: अंडज जीव वे हैं जो अंडे देते हैं, जिनसे संतान उत्पन्न होती है। उदाहरण: पक्षी।
प्रश्न: जरायुज जीव का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: जरायुज जीव वे हैं जो भ्रूण को गर्भाशय में विकसित करते हैं। उदाहरण: मानव।
प्रश्न: परागण क्या है?
उत्तर: परागण वह प्रक्रिया है जिसमें परागकण पुंकेसर से स्त्रीकेसर तक स्थानांतरित होते हैं। यह पौधों में लैंगिक जनन का हिस्सा होता है।
प्रश्न: स्व-परागण का क्या अर्थ है?
उत्तर: स्व-परागण वह प्रक्रिया है जिसमें एक ही फूल के पुंकेसर से परागकण उसी फूल के स्त्रीकेसर पर स्थानांतरित होते हैं। उदाहरण: मटर।
प्रश्न: मुकुलन क्या है?
उत्तर: मुकुलन अलैंगिक जनन का एक प्रकार है जिसमें जनक के शरीर पर एक कली बनती है जो अलग होकर नया जीव बनाती है। उदाहरण: हाइड्रा।
प्रश्न: बीजाणु निर्माण क्या है?
उत्तर: बीजाणु निर्माण अलैंगिक जनन का एक तरीका है जिसमें बीजाणु बनते हैं जो नये जीव में विकसित होते हैं। उदाहरण: कवक।
प्रश्न: रजोनिवृत्ति क्या है?
उत्तर: रजोनिवृत्ति वह अवस्था है जब मादा में प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है। यह मानव मादाओं में होती है।
प्रश्न: मौसमी प्रजनन का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: मौसमी प्रजनन में जीव विशेष मौसम में प्रजनन करते हैं। उदाहरण: मेढ़क।
प्रश्न: निरंतर प्रजनन का क्या मतलब है?
उत्तर: निरंतर प्रजनन में जीव वर्ष भर प्रजनन कर सकते हैं। उदाहरण: मानव।
प्रश्न: हर्माफ्रोडाइट जीव क्या हैं?
उत्तर: हर्माफ्रोडाइट वे जीव हैं जिनमें नर और मादा दोनों जनन अंग होते हैं। उदाहरण: केंचुआ।
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन का एक लाभ बताइए।
उत्तर: कायिक प्रवर्धन से एकसमान और तेजी से संतान उत्पन्न होती है। यह पौधों की खेती में उपयोगी है।
प्रश्न: लैंगिक जनन का एक लाभ क्या है?
उत्तर: लैंगिक जनन आनुवंशिक विविधता प्रदान करता है, जो प्रजाति के अनुकूलन में मदद करता है।
प्रश्न: शैवाल में जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: शैवाल में जनन मुख्य रूप से खंडन और बीजाणु निर्माण द्वारा होता है। यह अलैंगिक जनन का उदाहरण है।
प्रश्न: पौधों में बीज का क्या महत्व है?
उत्तर: बीज में भ्रूण और भ्रूणपोष होता है, जो नये पौधे के विकास के लिए आवश्यक है। यह प्रजाति की निरंतरता सुनिश्चित करता है।
प्रश्न: गुलाब में कायिक प्रवर्धन कैसे होता है?
उत्तर: गुलाब में कायिक प्रवर्धन तने की कटिंग द्वारा होता है। कटिंग को मिट्टी में रोपने पर नया पौधा बनता है।
प्रश्न: यीस्ट में जनन का तरीका क्या है?
उत्तर: यीस्ट में जनन मुकुलन द्वारा होता है, जिसमें एक कली बनकर नया जीव बनाती है।
प्रश्न: पेनिसिलियम में अलैंगिक जनन कैसे होता है?
उत्तर: पेनिसिलियम में अलैंगिक जनन कोनिडिया के निर्माण द्वारा होता है। ये कोनिडिया हवा द्वारा फैलकर नये जीव बनाते हैं।
प्रश्न: जीवों में प्रजनन काल क्या होता है?
उत्तर: प्रजनन काल वह समय होता है जब जीव प्रजनन के लिए परिपक्व होता है। यह प्रजाति के अनुसार भिन्न होता है।

तीसरा चरण : Long-Answer Questions
प्रश्न: अलैंगिक जनन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।
उत्तर: अलैंगिक जनन वह प्रक्रिया है जिसमें केवल एक जनक से नई संतान उत्पन्न होती है और युग्मकों का निर्माण नहीं होता। यह द्विखंडन, मुकुलन, बीजाणु निर्माण और कायिक प्रवर्धन जैसे तरीकों से होता है। उदाहरण के लिए, अमीबा में द्विखंडन द्वारा जनन होता है, जिसमें कोशिका दो भागों में विभाजित होती है। यह प्रक्रिया तेज और सरल होती है, लेकिन इसमें आनुवंशिक विविधता नहीं होती।
प्रश्न: लैंगिक जनन की प्रक्रिया का वर्णन करें।
उत्तर: लैंगिक जनन में दो जनकों (नर और मादा) के युग्मकों का संलयन होता है। नर और मादा युग्मक युग्मकजनन द्वारा बनते हैं, जो निषेचन के दौरान संलयन करके युग्मनज बनाते हैं। युग्मनज भ्रूण में विकसित होता है, जो नई संतान बनाता है। यह प्रक्रिया आनुवंशिक विविधता प्रदान करती है, जो प्रजाति के अनुकूलन के लिए महत्वपूर्ण है। उदाहरण: मानव और फूलों वाले पौधे।
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन के लाभ और उदाहरण बताइए।
उत्तर: कायिक प्रवर्धन पौधों के वानस्पतिक भागों जैसे जड़, तना या पत्ती से नया पौधा उत्पन्न करने की प्रक्रिया है। इसके लाभ में तेजी से और एकसमान संतान उत्पन्न होना शामिल है। उदाहरण के लिए, आलू में कंद और गुलाब में तने की कटिंग द्वारा कायिक प्रवर्धन होता है। यह खेती और बागवानी में उपयोगी है।
प्रश्न: बाह्य और आंतरिक निषेचन में अंतर स्पष्ट करे ।
उत्तर: बाह्य निषेचन में युग्मकों का संलयन जीव के शरीर के बाहर, आमतौर पर जल में होता है, जैसे मेढ़क में। आंतरिक निषेचन में यह संलयन मादा के शरीर के अंदर होता है, जैसे मानव में। बाह्य निषेचन में अधिक युग्मकों की आवश्यकता होती है, जबकि आंतरिक निषेचन अधिक सुरक्षित होता है। उदाहरण: मछली (बाह्य), पक्षी (आंतरिक)।
प्रश्न: अंडज और जरायुज जीवों में क्या अंतर है?
उत्तर: अंडज जीव अंडे देते हैं, जिनमें भ्रूण बाहर विकसित होता है, जैसे पक्षी और सरीसृप। जरायुज जीव भ्रूण को मादा के गर्भाशय में विकसित करते हैं, जैसे स्तनधारी (मानव)। अंडज जीवों में भ्रूण को बाहरी वातावरण से खतरा हो सकता है, जबकि जरायुज जीवों में भ्रूण सुरक्षित रहता है। यह अंतर प्रजनन रणनीति को दर्शाता है।
प्रश्न: परागण के प्रकार और महत्व बताइए।
उत्तर: परागण दो प्रकार का होता है: स्व-परागण और क्रास-परागण। स्व-परागण में परागकण एक ही फूल के स्त्रीकेसर पर स्थानांतरित होते हैं, जबकि क्रास-परागण में परागकण एक फूल से दूसरे फूल पर जाते हैं। परागण का महत्व यह है कि यह पौधों में निषेचन और बीज निर्माण को संभव बनाता है। यह प्रजाति की निरंतरता और आनुवंशिक विविधता के लिए आवश्यक है।
प्रश्न: मुकुलन की प्रक्रिया को समझाइए।
उत्तर: मुकुलन अलैंगिक जनन का एक प्रकार है जिसमें जनक के शरीर पर एक छोटी कली बनती है। यह कली बढ़कर एक नया जीव बनाती है और अंततः जनक से अलग हो जाती है। उदाहरण के लिए, हाइड्रा और यीस्ट में मुकुलन होता है। यह प्रक्रिया तेजी से संतान उत्पन्न करती है।
प्रश्न: बीजाणु निर्माण क्या है? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर: बीजाणु निर्माण अलैंगिक जनन का एक तरीका है जिसमें विशेष कोशिकाएँ (बीजाणु) बनती हैं जो नये जीव में विकसित होती हैं। यह कवकों और शैवाल में आम बात है। उदाहरण: पेनिसिलियम में कोनिडिया द्वारा बीजाणु निर्माण होता है। यह पर्यावरण में फैलकर नये जीव का निर्माण होता हैं।
प्रश्न: लैंगिक जनन में आनुवंशिक विविधता का क्या महत्व है?
उत्तर: लैंगिक जनन में दो जनकों के युग्मकों का संलयन होता है, जिससे संतान में आनुवंशिक विविधता उत्पन्न होती है। यह विविधता प्रजाति को पर्यावरणीय परिवर्तनों के अनुकूलन में मदद करती है। यह प्रजाति की उत्तरजीविता और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। उदाहरण: मानव और पौधों में क्रास-परागण।
प्रश्न: जीवों में जीवन काल का क्या महत्व है?
उत्तर: जीवन काल जन्म से मृत्यु तक का समय होता है, जो प्रजाति के अनुसार भिन्न होता है। यह जनन, वृद्धि और प्रजाति की निरंतरता को प्रभावित करता है। कुछ जीवों में छोटा जीवन काल तेजी से जनन को प्रोत्साहित करता है, जैसे कीटों में। यह पर्यावरणीय अनुकूलन का आधार है।
प्रश्न: हर्माफ्रोडाइट जीवों की विशेषता क्या है?
उत्तर: हर्माफ्रोडाइट जीवों में नर और मादा दोनों जनन अंग होते हैं, जिससे वे स्वयं या अन्य जीवों के साथ प्रजनन कर सकते हैं। यह प्रजनन में लचीलापन प्रदान करता है। उदाहरण: केंचुआ और कुछ पौधे। यह विशेषता प्रजाति की उत्तरजीविता को बढ़ाती है।
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन के विभिन्न तरीके बताइए।
उत्तर: कायिक प्रवर्धन के तरीके कटिंग (गुलाब), कंद (आलू), बल्ब (प्याज), रनर (स्ट्रॉबेरी) और ऑफसेट (जलकुंभी)। ये तरीके पौधों के वानस्पतिक भागों से नये पौधे उत्पन्न करते हैं। यह प्रक्रिया तेज और एकसमान संतान देती है। यह बागवानी में व्यापक रूप से उपयोगी है।
प्रश्न: मौसमी और निरंतर प्रजनन में अंतर समझाइए।
उत्तर: मौसमी प्रजनन में जीव विशेष मौसम में प्रजनन करते हैं, जैसे मेढ़क वर्षा ऋतु में। निरंतर प्रजनन में जीव वर्ष भर प्रजनन कर सकते हैं, जैसे मानव। मौसमी प्रजनन पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है, जबकि निरंतर प्रजनन स्वतंत्र होता है। यह प्रजाति की रणनीति को दर्शाता है।
प्रश्न: पौधों में निषेचन की प्रक्रिया को समझाइए।
उत्तर: पौधों में निषेचन परागण के बाद होता है, जब परागकण स्त्रीकेसर के अंडाशय में पहुंचकर अंड कोशिका से संलयन करते हैं। इससे युग्मनज बनता है, जो भ्रूण में विकसित होता है। यह प्रक्रिया बीज निर्माण का आधार है। उदाहरण: फूलों वाले पौधों में।
प्रश्न: अलैंगिक जनन की सीमाएँ क्या हैं?
उत्तर: अलैंगिक जनन में आनुवंशिक विविधता नहीं होती, जिसके कारण संतानें पर्यावरणीय परिवर्तनों के प्रति कम अनुकूल हो सकती हैं। यह केवल एक जनक पर निर्भर करता है। उदाहरण: अमीबा और हाइड्रा। यह दीर्घकालिक विकास में सीमित हो सकता है।
प्रश्न: लैंगिक जनन की जटिलता का कारण क्या है?
उत्तर: लैंगिक जनन जटिल है क्योंकि इसमें युग्मक निर्माण, निषेचन और भ्रूण विकास शामिल होता है। यह दो जनकों की आवश्यकता, युग्मकों का संलयन और आनुवंशिक पुनर्संयोजन के कारण होता है। यह प्रक्रिया समय और ऊर्जा की मांग करती है। उदाहरण: मानव और पौधे।
प्रश्न: बीजाणुधानी का क्या कार्य है?
उत्तर: बीजाणुधानी वह संरचना है जिसमें बीजाणु बनते हैं, जो अलैंगिक जनन के लिए उपयोगी होते हैं। यह कवकों, शैवाल और कुछ पौधों में पायी जाती है। बीजाणु पर्यावरण में फैलकर नये जीव बनाते हैं। उदाहरण: फर्न में।
प्रश्न: युग्मकों में आकार का अंतर क्यों होता है?
उत्तर: नर युग्मक छोटे और गतिशील होते हैं ताकि वे मादा युग्मक तक पहुंच सकें, जबकि मादा युग्मक बड़े और स्थिर होते हैं क्योंकि वे भ्रूण के लिए पोषण प्रदान करते हैं। यह अंतर लैंगिक जनन की दक्षता बढ़ाता है। उदाहरण: मानव में शुक्राणु और अंडाणु।
प्रश्न: जीवों में जनन का जैविक महत्व क्या है?
उत्तर: जनन प्रजाति की निरंतरता और अस्तित्व के लिए आवश्यक है। यह आनुवंशिक सामग्री को अगली पीढ़ी में स्थानांतरित करता है। लैंगिक जनन आनुवंशिक विविधता प्रदान करता है, जो अनुकूलन में मदद करता है। अलैंगिक जनन तेजी से संतान उत्पन्न करता है।
प्रश्न: कायिक प्रवर्धन और बीज द्वारा जनन में अंतर बताइए।
उत्तर: कायिक प्रवर्धन में पौधे के वानस्पतिक भाग से नया पौधा बनता है, जैसे कटिंग या कंद, और यह अलैंगिक होता है। बीज द्वारा जनन लैंगिक प्रक्रिया है जिसमें निषेचन के बाद बीज बनता है। कायिक प्रवर्धन तेज और एकसमान है, जबकि बीज जनन विविधता देता है।
प्रश्न: हाइड्रा में जनन की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर: हाइड्रा में जनन मुख्य रूप से मुकुलन द्वारा होता है, जो अलैंगिक जनन का एक प्रकार है। इसके शरीर पर एक कली बनती है, जो बढ़कर नया हाइड्रा बनाती है और अंततः अलग हो जाती है। कुछ परिस्थितियों में यह लैंगिक जनन भी करता है। यह प्रक्रिया तेज और प्रभावी होती है।
प्रश्न: परागण के विभिन्न तरीके क्या हैं?
उत्तर: परागण के मुख्य तरीके हैं: स्व-परागण (एक ही फूल में), क्रास-परागण (दो फूलों के बीच), कीट परागण (कीटों द्वारा), पवन परागण (हवा द्वारा), और जल परागण (पानी द्वारा)। ये तरीके पौधों में निषेचन को संभव बनाते हैं। उदाहरण: सूरजमुखी में कीट परागण।
प्रश्न: अंडज और जरायुज जीवों के लाभ बताइए।
उत्तर: अंडज जीवों में अंडे बाहरी वातावरण में विकसित होते हैं, जिससे मादा को गर्भधारण का बोझ नहीं उठाना पड़ता, जैसे पक्षी। जरायुज जीवों में भ्रूण मादा के गर्भाशय में सुरक्षित रहता है, जिससे उत्तरजीविता की संभावना बढ़ती है, जैसे मानव। दोनों रणनीतियाँ पर्यावरण के अनुसार अनुकूल हैं।
प्रश्न: जीवों में प्रजनन काल का महत्व समझाइए।
उत्तर: प्रजनन काल वह अवधि है जब जीव प्रजनन के लिए परिपक्व होता है। यह प्रजाति की निरंतरता के लिए महत्वपूर्ण है। मौसमी प्रजनन पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल होता है, जैसे मेढ़क में वर्षा ऋतु। निरंतर प्रजनन, जैसे मानव में, प्रजाति को लचीलापन प्रदान करता है।
प्रश्न: ‘जीवों में जनन’ अध्याय का मूल संदेश क्या है?
उत्तर: ‘जीवों में जनन’ अध्याय का मूल संदेश यह है कि जनन प्रजाति की निरंतरता और आनुवंशिक विविधता सुनिश्चित करता है। अलैंगिक जनन तेजी से संतान उत्पन्न करता है, जबकि लैंगिक जनन विविधता प्रदान करता है। यह प्रक्रिया पर्यावरणीय अनुकूलन और प्रजाति के विकास का आधार है। विभिन्न जीवों में जनन के तरीके उनकी जीवन रणनीति को दर्शाते हैं।

चौथा चरण : 30 Important Points
- जनन वह जैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव अपनी संतान उत्पन्न करते हैं।
- जनन दो प्रकार का होता है: अलैंगिक और लैंगिक जनन।
- अलैंगिक जनन में केवल एक जनक शामिल होता है और युग्मक नहीं बनते।
- लैंगिक जनन में दो जनकों के युग्मकों का संलयन होता है।
- द्विखंडन अलैंगिक जनन का एक तरीका है, जैसे अमीबा में।
- मुकुलन में कली बनकर नया जीव बनता है, जैसे हाइड्रा और यीस्ट में।
- बीजाणु निर्माण कवकों और शैवाल में अलैंगिक जनन का तरीका है।
- कायिक प्रवर्धन पौधों में वानस्पतिक भागों से जनन है, जैसे आलू का कंद।
- युग्मकजनन लैंगिक जनन में नर और मादा युग्मकों का निर्माण है।
- निषेचन युग्मकों के संलयन की प्रक्रिया है, जिससे युग्मनज बनता है।
- बाह्य निषेचन जीव के शरीर के बाहर होता है, जैसे मेढ़क में।
- आंतरिक निषेचन मादा के शरीर के अंदर होता है, जैसे मानव में।
- अंडज जीव अंडे देते हैं, जैसे पक्षी और सरीसृप।
- जरायुज जीव भ्रूण को गर्भाशय में विकसित करते हैं, जैसे स्तनधारी।
- परागण पौधों में पुंकेसर से स्त्रीकेसर तक परागकणों का स्थानांतरण है।
- स्व-परागण एक ही फूल में होता है, जैसे मटर में।
- क्रास-परागण दो फूलों के बीच होता है, जैसे सूरजमुखी में।
- हर्माफ्रोडाइट जीवों में नर और मादा दोनों जनन अंग होते हैं, जैसे केंचुआ।
- जीवन काल जन्म से मृत्यु तक का समय है, जो प्रजाति के अनुसार भिन्न होता है।
- प्रजनन काल वह समय है जब जीव प्रजनन के लिए परिपक्व होता है।
- मौसमी प्रजनन पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है, जैसे मेढ़क।
- निरंतर प्रजनन वर्ष भर होता है, जैसे मानव में।
- रजोनिवृत्ति मादा में प्रजनन क्षमता का अंत है।
- कायिक प्रवर्धन के तरीके: कटिंग, कंद, बल्ब, रनर, ऑफसेट।
- लैंगिक जनन आनुवंशिक विविधता प्रदान करता है।
- अलैंगिक जनन तेजी से और एकसमान संतान उत्पन्न करता है।
- बीज में भ्रूण और भ्रूणपोष होता है, जो नये पौधे के लिए आवश्यक है।
- बीजाणुधानी में बीजाणु बनते हैं, जैसे फर्न और कवकों में।
- नर युग्मक छोटे और गतिशील, मादा युग्मक बड़े और स्थिर होते हैं।
- जनन प्रजाति की निरंतरता और पर्यावरणीय अनुकूलन के लिए आवश्यक है