Introduction
आज के युग में Artificial Intelligence – AI न सिर्फ एक तकनीकी क्रांति है, बल्कि हमारे दैनिक जीवन, अर्थव्यवस्था और भविष्य की दिशा निर्धारित करने वाला एक प्रमुख कारक बन चुका है। सोचिये एक ऐसी दुनिया जहां मशीनें न सिर्फ हमारे काम को आसान बनाती हैं, बल्कि रचनात्मकता को नई ऊंचाइयों तक ले जाती हैं। लेकिन इस दुनिया में कदम रखने के लिए जरूरी है जागरूकता – वह जागरूकता जो बताए कि AI क्या है, यह कैसे काम करेगा और इसका सही से उपयोग कैसे किया जाए। इसी जागरूकता का बीज बोने के लिए भारत सरकार ने एक पहल का आगाज किया है – SOAR (Skilling for AI Readiness)। और इसकी शुरुआत होती है AI to Be Aware के कोर्स से।
SOAR को 22 जुलाई 2025 को लॉन्च किया गया, जो SKILL INDIA MISSION के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक ऐतिहासिक पहल है। यह कार्यक्रम कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों और शिक्षकों को AI की बुनियादी समझ प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। कुल मिलाकर, SOAR में छात्रों के लिए तीन 15-15 घंटे के मॉड्यूल हैं – AI to Be Aware, AI to Acquire और AI to Aspire – जबकि शिक्षकों के लिए 45 घंटे का AI for Educators मॉड्यूल है। लेकिन आज हमारा मेन फोकस है पहले मॉड्यूल पर: AI to Be Aware। यह कोर्स न सिर्फ AI की ABCD सिखाता है, बल्कि छात्रों को यह समझाता है कि AI हमारे आसपास कैसे मौजूद है और इसका समझ और उपयोग क्यों जरूरी है।
इस ब्लॉग मे हम SOAR AI to Be Aware कोर्स के बारे मे पूरी जानकारी बतायेंगे जैसे सिलेबस, लाभ, चुनौतियां, छात्रों और शिक्षकों के अनुभव, तथा भारत की AI यात्रा में इसका योगदान है सबकुछ बतायेंगे , तो ब्लॉग को अंत तक जरुर पढ़े।
SOAR को क्यों और कब प्रारंभ किया गया?
भारत दुनिया का सबसे बड़ा युवा राष्ट्र है, जहां 25 करोड़ से अधिक छात्र स्कूलों में पढ़ते हैं। लेकिन AI जैसी उभरती तकनीक में हमारी हिस्सेदारी विश्व स्तर पर अभी भी सीमित ही है। 2025 तक, विश्व AI बाजार 500 बिलियन डॉलर को पार करने का अनुमान है, और भारत इसमें योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयार है। लेकिन इसके लिए जरूरी है स्कूल स्तर पर ही AI शिक्षा का प्रसार किया जाए। तो यहीं से SOAR का जन्म हुआ।

लॉन्च और उद्देश्य:
22 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित BHARAT SKILLS NEXT 2025 Summit में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री जयंत चौधरी ने SOAR को लॉन्च किया।
इसका मुख्य उद्देश्य है:
छात्रों में AI साक्षरता (AI Literacy) विकसित करना।
नैतिक AI उपयोग को बढ़ावा देना।
डिजिटल डिवाइड को कम करना, खासकर ग्रामीण इलाको में।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप कौशल-आधारित शिक्षा को मजबूत करना।
SOAR को मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप (MSDE) द्वारा संचालित किया जा रहा है, और यह SKILL INDIAN DIGITAL HUB (SIDH) प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। SIDH एक फ्री ऑनलाइन पोर्टल है, जहां छात्र और शिक्षक आसानी से रजिस्टर कर कोर्स को Enroll करके पढ़ सकते हैं।
पार्टनरशिप्स:
SOAR की सफलता में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं Microsoft, NASSCOM, HCL Tech और फ्रांस सरकार के साथ MoU। ये पार्टनरशिप कंटेंट डेवलपमेंट, वर्कशॉप्स और सर्टिफिकेशन में Help करेंगे। उदाहरण के लिए, Microsoft Azure AI टूल्स को इंटीग्रेट किया जाएगा, जबकि NASSCOM इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स को मेंटर के रूप में लिया जाएगा।
Target Audience:
- छात्र: कक्षा 6-12 (लगभग 2.5+ करोड़ छात्र)।
- शिक्षक: पूरे देश के स्कूल शिक्षक (लक्ष्य: 10 लाख+ शिक्षक)।
- अप्रत्यक्ष रूप से: अभिभावक और कम्युनिटी के मेंबर्स।
SOAR का बजट 1540 करोड़ रुपये है, जो अगले 5 वर्षों में लागू होगा। यह न सिर्फ कोर्स डेवलपमेंट, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर (जैसे डिजिटल क्लासरूम्स) पर भी खर्च किया जायेगा।
AI to Be Aware कोर्स : Full Information
कोर्स का नाम और अवधि: AI to Be Aware SOAR का पहला मॉड्यूल है, जो 15 घंटे का है। यह मॉड्यूल छात्रों को AI की बुनियादी तकनीको से परिचित कराता है, बिना किसी पूर्व ज्ञान की आवश्यकता के। कोर्स ऑनलाइन है, लेकिन ऑफलाइन वर्कशॉप्स के साथ इंटीग्रेटेड रहेगा।
उद्देश्य:
AI को सरल भाषा में समझाना।
दैनिक जीवन में AI के उदाहरण के रूप मे उपयोग करना।
AI के जोखिमों और नैतिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाना।
छात्रों में जिज्ञासा जगाना, ताकि वे आगे के मॉड्यूल्स की ओर बढ़ें और AI के बारे मे अधिक जाने।
कोर्स स्ट्रक्चर:
कोर्स को 5 सेशन्स में बांटा गया है, प्रत्येक 3 घंटे का। हर Session में लेक्चर्स, वीडियोज, क्विज और प्रैक्टिकल एक्टिविटीज शामिल हैं।
पात्रता और एक्सेस:
कोई उम्र या पूर्व ज्ञान की जरूरत नहीं। छात्र स्कूल आईडी से SIDH पर रजिस्टर कर सकते हैं। कोर्स फ्री है, और सर्टिफिकेट मिलेगा जो NEP के क्रेडिट फ्रेमवर्क से जुड़ेगा।
शिक्षण पद्धति:
इंटरएक्टिव वीडियोज (हिंदी और अंग्रेजी में)।
गेमिफाइड क्विज।
ग्रुप डिस्कशन्स।
रियल-वर्ल्ड केस स्टडीज।
कोर्स का सिलेबस:
हर टॉपिक पर गहराई से AI to Be Aware कोर्स का सिलेबस सरल लेकिन व्यापक है। यह छात्रों को AI को ‘मित्र’ के रूप में पेश करता है, न कि ‘डारावन’।
आइए, हर यूनिट को डिटेल में जानते है।

यूनिट 1: AI क्या है? (3 घंटे)
परिचय: AI की परिभाषा – “मशीनें जो इंसानों जैसी सोच सकती हैं।” उदाहरण: स्मार्टफोन का google/siri असिस्टेंट।
AI का इतिहास: 1956 के Dartmouth Confesion से लेकर आज के ChatGPT तक। ट्यूरिंग टेस्ट, जॉन मैकार्थी का योगदान।
AI के प्रकार: नैरो AI (जैसे चेस खेलना), जनरल AI (मानव-स्तरीय), सुपर AI (सुपरह्यूमन)।
एक्टिविटी: एक सरल क्विज – “क्या यह AI है?” (जैसे, वॉशिंग मशीन vs. सिफारिश सिस्टम)।
टॉपिक पर चर्चा: AI पूर्वाग्रह (Bias) – उदाहरण: फेशियल रिकग्निशन में नस्लीय भेदभाव।
यह यूनिट छात्रों को AI को डराने वाली चीज न मानकर, उपयोगी टूल के रूप में देखने की प्रेरणा देती है। हम कह सकते हैं कि AI मानव बुद्धि की Copy है, लेकिन यह सीखती है डेटा से। उदाहरण, Netflix की सिफारिशें AI पर आधारित हैं, जो आपके देखने के पैटर्न से सीखती है। इतिहास में, 1960 के दशक में AI विंटर आया, जब फंडिंग रुकी, लेकिन 2010 के बाद डीप लर्निंग ने पुनरुद्धार किया।
यूनिट 2: AI काम कैसे करता है? (3 घंटे)
मूल अवधारणाएं: डेटा, एल्गोरिदम, मॉडल। मशीन लर्निंग (ML) का परिचय – सुपरवाइज्ड, अनसुपरवाइज्ड, रीइन्फोर्समेंट।
Key Technologies: न्यूरल नेटवर्क्स (मानव मस्तिष्क की नकल), डीप लर्निंग।
Ex: इमेज रिकग्निशन – कैसे AI फोटो में कुत्ता पहचानता है।
एक्टिविटी: एक सिंपल सिमुलेशन – छात्र AI को ‘ट्रेन’ करेंगे एक गेम में।
चुनौतियां: डेटा प्राइवेसी, ओवरफिटिंग।
यह सेक्शन तकनीकी लेकिन बहुत आसान है। सोचो, AI एक बच्चा है जो उदाहरणों से सीखता है। ML में, सुपरवाइज्ड लर्निंग लेबल्ड डेटा पर काम करती है, जैसे ईमेल स्पैम डिटेक्शन। न्यूरल नेटवर्क्स में लेयर्स होती हैं – इनपुट, हिडन, आउटपुट। वास्तविक दुनिया में, Google Translate NLP (Natural Language Processing) पर Based है।
यूनिट 3: दैनिक जीवन में AI (3 घंटे)
उद्योग-वार उदाहरण: हेल्थकेयर (डायग्नोसिस), एजुकेशन (पर्सनलाइज्ड लर्निंग), एग्रीकल्चर (क्रॉप प्रेडिक्शन), ट्रांसपोर्ट (सेल्फ-ड्राइविंग कार्स)।
भारतीय govt office: आधार कार्ड में बायोमेट्रिक्स, IRCTC की टिकट बुकिंग।
केस स्टडी: ChatGPT कैसे काम करता है, लेकिन इसके लिमिटेशन्स।
एक्टिविटी: छात्र अपने दैनिक रूटीन में AI के 5 उदाहरण लिस्ट करें।
फ्यूचर ट्रेंड्स: AI इन इंडिया – 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का योगदान।
यह यूनिट सबसे रोचक है। भारत में, AI किसानों को मौसम पूर्व का अनुमान देता है (जैसे Kisan AI ऐप)। हेल्थ में, AI कैंसर डिटेक्ट करता है 90% एक्यूरेसी से। हम विस्तार से चर्चा करें – उदाहरण, स्विगी का डिलीवरी ऑप्टिमाइजेशन, जहां AI ट्रैफिक पैटर्न सीखता है।
यूनिट 4: AI के नैतिक और सामाजिक पहलू (3 घंटे)
एथिक्स: प्राइवेसी, जॉब लॉस, बायस। उदाहरण: ऑटोमेशन से बेरोजगारी।
Globally : EU AI एक्ट, भारत की डेटा प्रोटेक्शन बिल।
Sustainbility: AI का पर्यावरण पर प्रभाव ( Energy Consumption)।
एक्टिविटी: डिबेट – “AI मानवता के लिए खतरा है या वरदान?”
इंडिया फोकस: डिजिटल इंडिया में AI की भूमिका।
AI महत्वपूर्ण है, बायस के कारण, AI जॉब इंटरव्यू में महिलाओं को कम स्कोर दे सकता है। भारत में, 2025 का AI एथिक्स फ्रेमवर्क इसे संबोधित करता है।
यूनिट 5: आगे की राह और असेसमेंट (3 घंटे)
करियर पाथ: AI में जॉब्स – डेटा साइंटिस्ट, ML इंजीनियर।
नेक्स्ट स्टेप्स: AI to Acquire की ओर ट्रांजिशन।
असेसमेंट: क्विज, प्रोजेक्ट (AI से पोस्टर बनाना)।
सर्टिफिकेशन: डिजिटल बैज, जो Resume में यूजफुल होता है।
यह यूनिट मोटिवेशनल है। भारत में AI जॉब्स 2025 में 1 मिलियन से अधिक होंगी।
कोर्स के लाभ: छात्र, शिक्षक और समाज सबके के लिए
छात्रों के लिए:
जागरूकता: AI को डर न मानें, बल्कि से अपनाएं और सीखे।
स्किल्स: क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग।
अवसर: NEP के तहत क्रेडिट्स, कॉलेज एडमिशन में प्लस पॉइंट।
शिक्षकों के लिए: AI for Educators मॉड्यूल उन्हें AI इंटीग्रेट करने में मदद करता है।
समाज के लिए: AI-रेडी जनरेशन, जो इनोवेशन लाएगी। उदाहरण: छात्र AI से लोकल प्रॉब्लम्स सॉल्व करेंगे, जैसे वाटर मैनेजमेंट।
चुनौतियां और समाधान
चुनौतियां:
डिजिटल एक्सेस: ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की कमी।
भाषा बैरियर: इंग्लिश कंटेंट।
टीचर ट्रेनिंग: सभी शिक्षक AI-फ्रेंडली नहीं।
समाधान: ऑफलाइन मोड, हिंदी/क्षेत्रीय भाषाओं में सबटाइटल्स, मोबाइल-फर्स्ट डिजाइन।
छात्रों और शिक्षकों के रिव्यूज: रियल वॉयसेस
Students & Teachers Review
छात्र पम्मी (कक्षा 9, जोधपुर): “पहले AI को साइंस फिक्शन समझती थी, अब जानती हूं यह मेरी मदद कैसे करेगा। क्विज फन थे!”
शिक्षक संजय सर ( बिहार ): “कोर्स ने मुझे AI को क्लास में इंटीग्रेट करने का कॉन्फिडेंस दिया, जिससे अब मे अपने छात्रो को ऐ के बारे मे पढ़ाता हु और सिखाता हु,ये बहुत अच्छा काम किया है सरकार ने,अब हर बच्चा ऐ से जानेगा और सम्झेगा”

SOAR AI to Be Aware कोर्स के बारे में 10 सामान्य प्रश्न (FAQs)
- SOAR AI to Be Aware कोर्स क्या है?
यह SOAR (Skilling for AI Readiness) कार्यक्रम का पहला Module है, जो कक्षा 6 से 12 के छात्रों के लिए 15 घंटे का मुफ्त ऑनलाइन कोर्स है। इसका उद्देश्य Artificial Intelligence (AI) की बुनियादी समझ, इसके उपयोग और नैतिक पहलुओं के बारे में समझ बढ़ाना है। - यह कोर्स कौन कर सकता है?
कक्षा 6 से 12 तक के सभी छात्र और शिक्षक इस कोर्स में भाग ले सकते हैं। इसके लिए कोई पूर्व तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। - कोर्स कैसे एक्सेस करें?
आप स्किल इंडिया डिजिटल हब (SIDH) पोर्टल पर स्कूल आईडी के साथ मुफ्त में रजिस्टर करके कोर्स Enroll कर सकते हैं। यह ऑनलाइन और कुछ स्कूलों में ऑफलाइन वर्कशॉप्स के माध्यम से उपलब्ध है। - कोर्स की अवधि और संरचना कैसी है?
इस कोर्स की Duration 15 घंटे की है, जिसमे 5 सेशन्स (प्रत्येक 3 घंटे) में विभाजित है। इसमें वीडियोज, क्विज, प्रैक्टिकल एक्टिविटीज और ग्रुप डिस्कशन्स को भी शामिल किया गया हैं। - कोर्स का सिलेबस क्या है?
कोर्स में 5 Units हैं:
- AI क्या है?
- AI कैसे काम करता है?
- दैनिक जीवन में AI?
- AI के नैतिक और सामाजिक पहलू?
- AI में करियर और अगले कदम?
- क्या कोर्स के लिए कोई Fees है?
नहीं, यह कोर्स पूरी तरह Free है। इसे भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन के तहत फंड किया गया है। - क्या कोर्स पूरा करने पर सर्टिफिकेट मिलेगा?
हां, कोर्स पूरा करने पर डिजिटल सर्टिफिकेट या बैज मिलेगा, जो NEP 2020 के क्रेडिट फ्रेमवर्क से जुड़ा है और आपके Resume मे चार चाँद लगा देगा। - क्या यह कोर्स हिंदी में उपलब्ध है?
हां, कोर्स हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है। क्षेत्रीय भाषाओं में सबटाइटल्स और सपोर्ट भी जल्द शामिल होंगे।
लेकिन अभी App पर English मे ही Available है। बहुत जल्द हिंदी और अन्य भाषा मे उपलब्ध कराया जायेगा। - क्या ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं?
बिल्कुल, SIDH प्लेटफॉर्म मोबाइल-फ्रेंडली है और ऑफलाइन मोड में भी उपलब्ध है। सरकार डिजिटल डिवाइड को कम करने के लिए डिजिटल क्लासरूम्स और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर काम कर रही है। - इस कोर्स के बाद अगला कदम क्या है?
कोर्स पूरा करने के बाद छात्र SOAR के अगले मॉड्यूल्स – AI to Acquire और AI to Aspire – में जा सकते हैं, जो AI में Deep कौशल सिखाते हैं। शिक्षकों के लिए AI for Educators मॉड्यूल उपलब्ध है।
निष्कर्ष: ( Conclusion )
SOAR — AI to Be Aware कोर्स भारत की शिक्षा व्यवस्था और तकनीकी प्रगति में एक क्रांतिकारी कदम है। यह 15 घंटे का मुफ्त कोर्स न केवल कक्षा 6 से 12 के छात्रों को AI की दुनिया से परिचित कराता है, बल्कि उन्हें इसके नैतिक उपयोग और समाज पर प्रभाव की गहरी समझ भी प्रदान करता है। Skill India Mission के तहत शुरू हुआ यह कोर्स, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दृष्टिकोण को साकार करता है, जो हर बच्चे को भविष्य के लिए तैयार करने पर जोर देता है।
इस कोर्स की खूबसूरती इसकी सादगी और समावेशिता में है। चाहे आप शहर के किसी स्कूल में पढ़ते हों या ग्रामीण क्षेत्र के छोटे से विद्यालय में, AI to Be Aware हर छात्र को AI की मूलभूत अपने से जोड़ता है। इंटरएक्टिव वीडियोज, गेमिफाइड क्विज और रियल-वर्ल्ड केस स्टडीज के माध्यम से यह कोर्स न केवल जिज्ञासा जगाता है, बल्कि छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करता है कि वे इस तकनीकी युग में योगदान दे सकते हैं। सर्टिफिकेट और NEP क्रेडिट्स जैसे प्रोत्साहन इसे और आकर्षक बनाते हैं।
भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा युवा राष्ट्र है, AI क्रांति में वैश्विक नेता बनने की ओर अग्रसर है। SOAR का यह पहला मॉड्यूल उस दिशा में एक ठोस कदम है। यह न सिर्फ छात्रों को AI की शक्ति समझाता है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए तैयार करता है।
अंत में, AI to Be Aware सिर्फ एक कोर्स नहीं, बल्कि एक मिशन है – एक ऐसी पीढ़ी तैयार करने का मिशन जो AI को समझे, उसका उपयोग करे और भारत को अपने विचार से नई ऊंचाइयों पर ले जाए। अगर आप एक छात्र, शिक्षक या जिज्ञासु मन हैं, तो Skill India Digital Hub (SIDH) पर आज ही रजिस्टर करें और इस रोमांचक यात्रा का यात्री बनें। आइए, SOAR के साथ मिलकर AI की उड़ान भरें और भारत के सुनहरे भविष्य को नया आकार दें!.